
अखण्ड भारत कब और कैसे बनेगा ऐसे निम्नलिखित प्रशन हमारे दिमाग में चलते रहते है उन सभी प्रश्नों के उत्तर के लिए निम्न विचार पढ़े की अखण्ड भारत सम्भव है क्या ? हाँ संभव है निम्न बिंदुओ को पढ़े #अखण्ड भारत
- अपने देश को नष्ट करने में अंग्रेज ही कारण है एवं कुछ हमारी कमजोरी भी कारण है एवं कुछ परिस्थितियाँ भी कारण हैं-
- 1857- नानाजी पेशवा के नेतृत्व में तात्या टोपे, झाँसी की रानी
- लक्ष्मीबाई ने मिलकर प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की योजना की।
- लक्ष्य- 40 करोड़ लोग- 40,000 अंग्रेजों को हिन्दुस्तान से मुक्त करना। #अखण्ड भारत
- 565 रियायतों को पहली बार क्रांति संग्राम में शामिल किया।
- क्रांति का दिन 31 मई, 1857, मगर मंगल पाण्डे 29.3.1857 क्रांति प्रारम्भ करने के कारण विफल हुआ।
- हिन्दू मुसलमानों को अलग करने की अंग्रेजों की चाल । #अखण्ड भारत
- 1870 लैंसडाउन अंग्रेज अधिकारी-सरकारी कत्लखाना पहली बार हिन्दुस्तान में प्रारम्भ किया। गाय को काटने के लिये मुसलमानों में कुरैसी समाज को जबर्दस्ती दबाव डालके काम में लगाया और इसी के चलते 27 वर्ष के बाद पहला दंगा 1897 में हुआ। #अखण्ड भारत
- 1885 ए. ओ. ह्यूम-राष्ट्रीय कांग्रेस प्रारम्भ करवाया। वन्दे मातरम् के स्थान पर जन-गण-मन प्रारम्भ। 1,60,000 संस्कृत विद्यालय नष्ट करवाया। #अखण्ड भारत
- वन्दे मातरम् जयघोष के कारण (1905-1911) बंग-भंग आंदोलन में देश के 1 करोड़ 20 लाख लोग भाग लेने के कारण अंग्रेजों को विभाजन नीति को वापस लेना पड़ा।
- आजाद हिन्द फौज- सुभाष चन्द्र बोस का आंदोलन 1944 में इम्फाल से लेकर, बर्मा के मांडले के फौलाद तक 1500 वर्ग किमी रंगून केन्द्र-स्वंत्रत राष्ट्र घोषित हुआ। मगर द्वितीय विश्व महायुद्ध में जर्मनी के हारने के कारण- आजाद हिन्द फौज की हार देखनी पड़ी।
- 565 रियायतों का मिलाने के काम साहस के साथ करने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की जल्दी मृत्यु होने के कारण देश को अच्छा नेतृत्व खोना पड़ा।
- 1857 के स्वातन्त्र्य समर में अपेक्षित सफलता नहीं मिली अतः कुछ वर्षो तक देश में निराशा छायी रही।#अखण्ड भारत
- 1885 में अंग्रेजों ने सेफ्टी बाल्ब के रूप में कांग्रेस की स्थापना की। बांटो और राज करो की नीति के अन्तर्गत मुसलमानों को अलग से खड़ा करने की योजना की।#अखण्ड भारत
- एंग्लो मोहम्मडन ओरियन्टल स्कूल की अलीगढ़ में स्थापना, आगे चलकर यही स्कूल पृथकतावादी मुस्लिम तैयार करने वाला “अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय” आज भी मुस्लिम अलगाववादी गतिविधियों का केन्द्र बना हुआ है।
- देश बांटने की योजना के पूर्वाभ्यास के रूप में 1905 में बंग-भंग । #अखण्ड भारत
- अंग्रेजों की प्रेरणा से 1906 में मुस्लिम लीग की स्थापना हुई। इसके बाद तुष्टिकरण प्रारम्भ हुआ ‘चित्र, राष्ट्रगीत, ध्वज, भाषा आदि के आग्रह छूट गये।
- मुस्लिम लीग द्वारा 1940 में पाकिस्तान के निर्माण का प्रस्ताव । #अखण्ड भारत
- धीरे-धीरे कांग्रेस नेतृत्व झुकता गया। मुस्लिम नेता अकड़ते चले गये।
- एक-एक कर मुस्लिम लीग की सभी मांगों को मानते गये। विरोध।
- 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के प्रति साम्यवादियों का मुस्लिम अंग्रेज मिलकर भारत तोड़ने में संलिप्त थे।
- 1946 में डाइरेक्ट एक्शन (इसमें मुसलमानों ने हिन्दुओं का कत्लेआम किया) कलकत्ता में ही मरने वालों की संख्या प्लासी की लड़ाई में मरने वालों की संख्या से कहीं अधिक थी।
- देश विभाजन के कारण 1- हिन्दू समाज के विभिन्न दोष, 2- धर्मान्तरण, 3- धर्मान्तरित लोगों को पुनः हिन्दू न बनाना, 4- दुश्मन की चालों को न समझना। 5- फूट
- डालो-राज करो की अंग्रेजों की नीति । 6- कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति। 7- हिन्दू उदासीनता। 8- थका-हारा सत्ता लोलुप नेतृत्व आदि।
- पं. दीनदयाल उपाध्याय एवं डॉ. लोहिया अखण्ड भारत के समर्थक। 1964 में सामूहिक विज्ञप्ति दी।
- यूरोप के देश आज परस्पर साक्षा बाजार बना रहे हैं जर्मनी, वियतनाम आदि का विभाजन समाप्त हृदय में इच्छा शक्ति की आवश्यकता। पहल कौन करें ? जिन्हें कुछ खोने की पीड़ा है पहल वे ही करेंगे। गांधी, पटेल, खान अब्दुल गफ्फर खाँ आदि सभी अखण्ड भारत के पक्षधर थे।
- पूजा के लिये अखण्ड मूर्ति की आवश्यकता ।
- भारत केवल भूखण्ड नहीं अपितु साक्षात् जीवन्त माता का स्वरूप, वात्सल्यमयी मातृभूमि, इसी स्वरूप को संघ की प्रार्थना में प्रतिदिन नमस्कार ।
- महर्षि अरविन्द आदि किसी को भी खण्डित भारत स्वीकार नहीं रहा। महात्मा गांधी ने कहा था कि देश का विभाजन मेरी लाश पर होगा।
- भारत के किसी भी सपूत को वात्सल्यमयी माता का अंग-भंग स्वीकार नहीं । हमारे अनेक श्रद्धा केन्द्र व तीर्थ स्थान आज पाकिस्तान व बांग्लादेश में है। उनके बिना आज भी अधूरापन।
- विभाजन राजनैतिक, सांस्कृतिक, आर्थिक, भौगोलिक और भावात्मक दृष्टियों से अनुपयुक्त।
- आर्थिक दृष्टि से भी समूचा अखण्ड भारत एक ईकाई। कपास उत्पादन उधर-मिल इधर। जनसंख्या इधर धान्य उधर। एक ईकाई बनने पर भारत पुनः सोने की चिड़िया बन सकता है।
- पाकिस्तान का निर्माण स्वतंत्र भारत पर किया गया विदेशी आक्रमण है। जैसे- हमने गोवा व हैदराबाद को मुक्त कराया वैसे ही पाकिस्तान को मुक्त कराना हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है। (पं. दीनदयाल जी)।
- नैसर्गिक दृष्टि से भारत एक पूर्ण इकाई, ऊपर हिमालय नीचे महासागर। अखण्ड भारत एक नैसर्गिक सत्य है। यह हमारी श्रद्धा और आस्था का विषय है। उपाय केवल युद्ध नहीं- अन्यान्य नीतियाँ। अखण्डता के उदाहरण- जर्मनी, वियतनाम, आयरलैण्ड में आंदोलन। जैसे- पाकिस्तान मोहनजोदड़ो की सभ्यता को अपनी सभ्यता मानता है, हम भी अपनी सभ्यता मानते हैं, पाणिनी को दोनों देश महापुरुष मानते हैं। ऐसी अनेक बातें अखण्ड भारत निर्माण में सहायक।
अंग्रेजों ने देश को 7 टुकड़े करवाए
- अफगानिस्तान – 1857 अलग देश बन गया। पहले गांधार देश नाम था शकुनी का राज्य था । ययाती राजा का शासन ई.पू. 250 तक अशोक सम्राट का साम्राज्य रहा। 5वाँ शताब्दी में कनिष्क राजा ने बमियान पहाड़ी के ऊपर 35 मीटर की बुद्ध प्रतिमा बनवायी। 2001 में तालिबान आतंकवादियों ने बुद्ध प्रतिमा को नष्ट किया। वर्तमान में वहाँ के सारे विकास कार्यों में भारत अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
- तिब्बत- 1914 में अलग हुआ। मानसरोवर कैलाश पर्वत स्थान इसी राज्य में है। सन् 575 तक कश्मीर के राजा ललितादित्य, 18वीं सदी में रंजीत सिंह का भी शासन रहा। रणजीत सिंह के सेनापति नाहर सिंह की समाधि भी यहाँ विद्यमान है।
- 10 जनवरी 1952 चीन का आक्रमण और कब्जा भी कर लिया।
- दलाई लामा अपने देश में शरणार्थी बनकर रह रहे हैं। चीन के हूण जाति के युवकों से तिब्बती युवतियों को बलपूर्वक 50 वर्ष से लगातार शादी करवाने के कारण तिब्बती संस्कृति को नष्ट करवाने तुला हुआ है।
- वर्तमान में तिब्बत की राजधानी लासा तक 11,500 करोड़ की ‘लागत से चीन ने रेल लाईन भी बनवायी।
- नेपाल – 1905 में अलग हुआ। आदि शंकराचार्य ने पशुपतिनाथ मंदिर दर्शन के लिये केरल से 4000 किलो मीटर पैदल चलकर 18000 फीट ऊपर मंदिर के दर्शन किये।
- माओवादियों ने पशुपतिनाथ मंदिर का अरबों रुपयों का खजाना लूट लिया। हिन्दू राज्य को समाप्त करवाया। चीन के कारण गृह युद्ध जैसी माहौल बना हुआ है।
- बर्मा-1937 में अलग हुआ। राजा अनव्रत, त्रिभुवनादित्य, धर्मराज जैसे हिन्दू राजा का बहुत वर्ष तक शासन रहा।
- वहाँ रत्न गर्भा, मणिक, नीलकंठ, जेठ नाम से मूल्यवान हीरे मिलते हैं। बहुत बड़ा गैस का भण्डार भी है।
- वर्ष 1902 से 1906 तक वहाँ की माण्डले जेल में बालगंगाधर तिलक ने रहते हुए ‘गीता रहस्य’ नामक पुस्तक लिखी।
- आजाद हिन्द फौज के संस्थापक सुभाष चन्द्र बोस ने वहाँ रंगून रेडियो स्टेशन स्थापित करके स्वतंत्रता के बिगुल बजाया। • 30 वर्ष से सैनिक शासन चला। वहाँ के आंग सांगसू नाम से लोकतांत्रिक महिला को 485 सीट में से 392 सीट 2/3 बहुमत से चुनाव में जीतने के बाद अधिकार में आई। आंग सांग सू भी 30 वर्ष तक जेल में रही।
- श्रीलंका – 1935 में लग हुआ। रामायण का इतिहास बनाने वाले रावण, विभीषण की जन्मस्थली रहा।
- श्रीलंका को भारत से जोड़ने वाले रामसेतु को तोड़ने का प्रयास भी हुआ।
- अमेरिका के रक्षा विचार केन्द्र कानगीहेढ़ो मेट के टेलिस वैज्ञानिक ने कहा- केरल के सागर के रेती में दुनिया के सबसे बड़ो थोरियम भंडार 78,00 मीट्रिक टन पड़ा है। अपने सारे रियेक्टर वर्षों भर चलाने के लिये मात्र 14,680 मीट्रिक टन जरूरत पड़ती है। रामसेतु तोड़ दिया तो सारे थोरियम सागर में बह जायेगा।
- भूटान –1906 में अलग हुआ। 2007 में भारत-भूटान सुरक्षा समझौता।
- भूटान देश में पहली बार 1999 में इंटरनेट दूरदर्शन के लिये अनुमति मिली।
- 1970 में पहली बार विदेशी पर्यटक आये। देश की सारी नदियाँरोक बिजली बनायी। बिजली भारत को बेचना प्रारम्भ किया।
- पाकिस्तान – 14 अगस्त, 1947 में भारत से अलग हुआ। यहाँ ललितादित्य, राजा रणजीत सिंह का शासन रहा। विश्वविख्यात तक्षशिला विश्वविद्यालय भी यहीं रहा। सिन्धु प्रान्त में राजा दाहिर का शासन भी रहा। 1947 में पाकिस्तान में 13 प्रतिशत हिन्दू थे। वर्तमान में 1/2 प्रतिशत ही हैं। पाक में 2 लाख हिन्दुओं का कत्ल हुआ। पाकिस्तान के बहुत जिलों के गाँव हिन्दूविहीन हो गये हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का योगदान #अखण्ड भारत

- कराची के 200 युवतियों को मुम्बई में 100 घरों में सुरक्षित रखने की व्यवस्था करके 2 वर्ष बाद वापस अपने-अपने परिवार में सुरक्षित पहुँचा दिया।
- आगे चलकर बने बांग्लादेश में 1947 में 30 प्रतिशत हिन्दू थे। वर्तमान में 8 प्रतिशत रह गए। स्वतंत्रता के बाद चीन के साथ एक युद्ध, पाकिस्तान के साथ चार 1948, 1962, 1965, 1971 एवं 1999 का युद्ध ।
वर्तमान में हमारा देश शक्तिशाली बना #अखण्ड भारत
- जून 2015 में मणिपुर में उग्रवादियों ने 18 सैनिको को मारा, तत्काल 27 सितम्बर 2015 को म्यांमार में घुसकर 38 उग्रवादियों को मार गिराया।
- 18 सितम्बर 2016 को कश्मीर के उरी क्षेत्र में उग्रवादियों ने 18 सैनिकों को मारा, तत्काल 28, 29 सितम्बर 2016 को एल.ओ.सी. पार करके अधिकृत कश्मीर में तीन किलोमीटर जाकर सात उग्रवादी शिविर को नष्ट किया। लगभग 60 उग्रवादियों को मार गिराया।
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