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कीड़े

दिमाग़ में कीड़े ही कीड़े! बनते – बंदा गोभी से

Posted on November 28, 2023November 28, 2023 by student

आधुनिक जीवनशैली में हम अक्सर जिम्मेदारियों, काम के दबावों और तेज़ जीवन शैली के चलते अपने स्वास्थ्य को नजरअंदाज कर देते हैं। हम भोजन के चयन में ज्यादा ध्यान नहीं देते और अक्सर तैयार भोजन को पसंद करते हैं, जिससे हमारी आदतें बदल जाती हैं। लेकिन इसका खामियाजा हम अपने स्वास्थ्य के साथ चुकाते हैं।

कीड़े
पत्ते गोभी के कीड़े

इस ब्लॉग में हम बात करेंगे एक ऐसी सब्जी की, जिसे अक्सर हम बिना सावधानी बरते तैयार करके खा लेते हैं – बंद गोभी। यह सब्जी हमारे लिए बहुत सारे पोषण से भरपूर होती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह बंद गोभी कितनी स्वच्छ है और उसमें कीड़े नहीं होते हैं?

आपको जानकर हैरानी होगी कि बंद गोभी को कितना भी पका लें, उसमें कीड़ा नहीं मारेगा! हाँ, आपने सही सुना। बंद गोभी को पकाने से पहले ही हम उसमें मौजूद कीड़ों से छुटकारा पा सकते हैं। इसके लिए, आपको केवल गुनगुने पानी में थोड़ा सा नमक डालकर बंद गोभी को या तो ३० मिनट तक भिगोकर रखना है या ज़मीन में उगे सभी सब्ज़ियों को ३० मिनट छोड़ देना है।

इस छोटे से कदम से हम बंद गोभी और अन्य सब्जियों को स्वच्छ और हेल्दी बना सकते हैं। जब आप इस पारंपरिक तकनीक का अनुसरण करेंगे, तो आप देखेंगे कि सारे कीड़े पानी के ऊपर तैरेंगे और वहां से आप उन्हें आसानी से हटा सकते हैं। इस प्रक्रिया से न केवल कीड़े मर जाएंगे, बल्कि आपकी सब्जियां स्वादिष्ट और सुरक्षित भी होंगीं।

इसके बावजूद, हमें यह समझना चाहिए कि सही तरीके से खाना बनाना और उसे सही से सेवन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना महत्वपूर्ण है। बंद गोभी को सही तरीके से पकाकर हम न केवल उसके पोषण से लाभान्वित हो सकते हैं, बल्कि हम अपने शरीर को अनेक बीमारियों से बचाने में भी सहारा प्रदान कर सकते हैं।

इसलिए, आइए हम सभी मिलकर इस सही तकनीक को अपनाएं और अपनी सब्जियों को हमेशा स्वच्छ और सुरक्षित बनाएं, क्योंकि बंद गोभी को कितना भी पका लें, उसमें कीड़ा नहीं मारेगा!

आपने सुना है, “दिमाग़ में कीड़े हैं”? शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो, जिसने इस बात को नहीं सुना हो। यह एक आम कहावत है जो हमारे समाज में बहुत से अर्थित है। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि यह कहावत हमारी आदतें और खानपान से कैसे जुड़ी है?

हमारा खानपान हमारे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। लेकिन आजकल की भागदौड़ और तेज़ जीवनशैली में, हम अक्सर विशेषज्ञों की सलाहों को अनदेखा करते हैं और अपने खानपान में सही आहार नहीं लेते हैं। इससे हमारे शरीर को आवश्यक पोषण नहीं मिलता और इससे हमारी मानसिक सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है।

आधुनिक भोजन की बहुत सी बातें अब हमें सोचने पर मजबूर कर रही हैं। हरी सब्जियों का सेवन कम हो रहा है और इसके स्थान पर तले-भुने, तेज़ी से बने पैकेट आइटम्स हमारे तालाब में आ गए हैं। इनमें से एक प्रमुख भूखारा है – बंदा गोभी!

गोभी को आमतौर पर हम बीमारीयों से बचाने के लिए जानते हैं, लेकिन क्या हम उसके अन्य लाभों को भी जानते हैं? गोभी में विटामिन, खनिज, और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं।

गोभी में विटामिन सी, विटामिन के साथ, बीटा-कैरोटीन भी होता है, जो हमारी आँखों के लिए फायदेमंद है। इसमें फोलेट, आयरन, और कैल्शियम भी पाया जाता है, जो हमारे हड्डियों, मस्तिष्क, और रक्त तंतु के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

हरी सब्जियों का सेवन करने से हमारा दिल स्वस्थ रहता है और हमें वजन को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इससे हमारी त्वचा भी स्वस्थ रहती है और वृक्षारोपण में भी हमारा योगदान होता है।

वीडियो ये अंत में, देखिए कि कैसे ये कीड़े आपके दिमाग़ में जा के मिर्गी करते हैं!

इसलिए, हमें यह सोचना चाहिए कि क्या हम अपने खानपान में सही आहार ले रहे हैं या नहीं। हमें हरी सब्जियों को अपने भोजन में शामिल करना चाहिए, ताकि हम न केवल शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद हों।

यदि हम इस बदलते खानपान की दिशा में कदम बढ़ाते हैं, तो हम अपने आप को और आनंदमय और स्वस्थ महसूस करेंगे। इससे हमारा मानसिक स्वास्थ्य सुधरेगा और हम अपने दिनचर्या में अधिक सकारात्मक रूप से योजना बना सकेंगे।

अब, जब हम जानते हैं कि दिमाग़ में कीड़े ही कीड़े हैं, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम वास्तविक में अपने खानपान में सही आहार ले रहे हैं और हरी सब्जियों का सही मात्रा में सेवन कर रहे हैं। इससे हमारे दिल को स्वस्थ रखने में मदद होगी और हम सब मिलकर एक स्वस्थ समाज बना सकेंगे।

आइए, हम सभी मिलकर इस सफलता की दिशा में कदम बढ़ाएं और अपने खानपान को स्वस्थ बनाएं, क्योंकि यह आपकी आदतें हैं जो आपके दिमाग़ में कीड़ों को परिणामित करती हैं। कितने ख़तरनाक हैं ये पत्ते गोभी के कीड़े! देखिए कि मनुष्य के पेट में पहुँचने के बाद, ये कैसे आपके शरीर में घुसते हैं! पीजीआई चंडीगढ़ के न्यूरोलॉजी विभाग में, डॉ मनीष मोदी ने, पंजाब व चंडीगढ़ से कई हिस्सों से पत्ता गोभी को काट कर पत्तों पर मौजूद सिस्टिसर्कस के अंडों को जब लैब में अनुसंधान किया तो पता लगा कि ये कीड़े धीरे धीरे सूड की तरह, अपने एक हिस्से को आपके हमारे शरीर में घुसाते है और ये कीड़े के अंडे शरीर के किसी भी हिस्से में पहुँच जाते हैं। वीडियो ये अंत में, देखिए कि कैसे ये कीड़े आपके दिमाग़ में जा के मिर्गी करते हैं! बहुत दुःखद है। बच्चे बड़े बूढ़े सब पत्ता गोभी गाजर मूली के चाऊमीन मोमोज़ सब बिना किसी हिचक के खा रहे हैं और रोग से ग्रसित हो रहे! एक और बड़ा कारण है सुवर का मांस का सेवन! इससे ढेर सारा कीड़े एक साथ शरीर में घुस जाते हैं! (इस विषय पर दोबारा मैं आपको बताऊँगा।

“कितने ख़तरनाक हैं ये पत्ते गोभी के कीड़े!”

हम अपने दिनचर्या में आहार को एक महत्वपूर्ण अंग मानते हैं और हमारी सेहत के लिए सही आहार का चयन करने का प्रयास करते हैं। इसके बावजूद, क्या हम यह सुनिश्चित कर पा रहे हैं कि हमारा खाना पूरी तरह स्वच्छ और सुरक्षित है?

आजकल, एक वायरल वीडियो में एक डॉक्टर ने बताया है कि कैसे पत्ता गोभी के कीड़े हमारे शरीर में पहुंच सकते हैं और इससे हमें कितना खतरा हो सकता है। विडियो में दिखाया गया है कि जब गोभी के पत्ते काटे जाते हैं और उनमें मौजूद सिस्टिसर्कस के अंडे लैब में देखे जाते हैं, तो इससे कितनी भयंकर स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

डॉक्टर मनीष मोदी, पीजीआई चंडीगढ़ के न्यूरोलॉजी विभाग से, ने इस वीडियो में बताया कि जब ये कीड़े हमारे पेट में पहुंचते हैं, तो उनका असर हमारे शरीर के विभिन्न हिस्सों में महसूस हो सकता है। इसके बाद, ये कीड़े अपने अंडों को शरीर के किसी भी हिस्से में छोड़ सकते हैं, जिससे बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।

वीडियो के अंत में दिखाया गया है कि ये कीड़े आपके दिमाग में जा के मिर्गी कर सकते हैं, जिससे हमें बहुत दुखद आपत्ति का सामना करना पड़ सकता है। यह एक चेतावनी है कि हमें अपने खाने की सावधानी बरतनी चाहिए और खाद्य सामग्री को ठीक से साफ करना चाहिए।

इस तरह के खतरनाक कीड़ों के असर से बचने के लिए, हमें अपने आहार में सतर्क रहना चाहिए और अपनी स्वस्थ जीवनशैली को बनाए रखना चाहिए। बच्चे बड़े, सभी को सही जानकारी और जागरूकता के साथ अपने खाने का ध्यान रखना चाहिए ताकि हम सभी स्वस्थ रह सकें।

दिमाग़ में कीड़े ही कीड़े! ये व्यक्ति २५ वर्ष के हैं और पूर्ण रूप से शाकाहारी हैं! इनकी एक पसंदीदा डिश थी, खेतों से सीधे सब्ज़ी खाने की, जिसमें ये हज़ार मूली पत्ता गोभी बस झारे और हल्का सा धो के खा लिये! अब देखिये, जीवन भर के लिए ये कीड़े इनके शरीर में ही रहेंगे! पैर हाथ जीभ के मांसपेशियों में भी ये कीड़े! दुःखद!

for more information https://www.who.int/

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