गीत
संगठन गढ़ चलो तुमथ पर बड़े चलो।
भला हो जिसमें देश का वा कान राम किए चली ।।
युग के साथ मिल के सब कदम बढ़ाना सीख लो.
एकता के स्वर में गीत गुनगुनाना सीख लो.
भूल कर भी मुख से जाति पथ की बात हो
भाषा प्रान्त के लिए कभी न रक्तपात ही छूट का भरा घड़ा है
फोड़ कर बढ़े चलो भला हो जिसमे देश का १ आ रही है
आज चारों ओर से यही पुकार हम करेंगे त्याग मातृभूमि के लिए
अपार, कष्ट जो मिलेंगे मुस्कुराते सब सहेंगे
हम, देश के लिए सदा जियेंगे और मरेगे हम
, देश का ही भाग्य अपना भाग्य है ये सोच लो भला हो जिसमें देश का 11211
अधिक जानकारी का लिए क्लिके करें http://rsssang.got