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आदरणीय सरदार चिरंजीव सिंह जी: एक प्रेरणादायक जीवन का समापन

Posted on December 7, 2023December 7, 2023 by student
सरदार चिरंजीव

आदरणीय सरदार चिरंजीव सिंह जी के देहावसान

आदरणीय सरदार चिरंजीव सिंह जी के देहावसान के साथ राष्ट्र के लिए समर्पित एक प्रेरणादायक जीवन की इहलोक यात्रा पूर्ण हो गई है। उन्होंने आपके राष्ट्रीय सिक्ख संगत में और पंजाब में दशकों तक संघ के निष्ठावान प्रचारक के रूप में सेवा की। इसके बाद, उन्होंने पंजाब की कठिनाईयों के खिलाफ उनके कार्य के द्वारा मुकाबला करते हुए और परस्पर भेद को दूर करने के लिए राष्ट्रीय सिक्ख संगत के साथ मिलकर साँझीवालता और सामाजिक समरसता को बढ़ावा दिया।

सरदार चिरंजीव सिंह जी ने अपने अगाध परिश्रम, पंजाब की गुरु-परंपरा के गहन अध्ययन, और उत्तम संगठन कौशल के माध्यम से असंख्य लोगों को राष्ट्रीयता के प्रवाह में जोड़ा। उनका स्नेही और मधुर व्यक्तित्व ने सभी को आकर्षित किया और उन्हें साथ लेकर एक समृद्ध समाज की ऊर्जा में योगदान करने के लिए प्रेरित किया।

चिरंजीव सिंह जी का उदाहरणशील जीवन हमें सिखाता है कि कैसे संघर्ष, समर्पण, और सेवा के माध्यम से हम अपने समाज और राष्ट्र के लिए एक सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। उनके अद्भुत नेतृत्व ने सामूहिक भलाइयों की दिशा में हमें प्रेरित किया और सामाजिक समरसता के माध्यम से ही समृद्धि और समृद्धि हो सकती है।

अच्छूत निर्माण के इस समय में, हम सभी को आदरणीय सरदार चिरंजीव सिंह जी की श्रद्धांजलि अर्पित करनी चाहिए और उनके द्वारा शिक्षित होने का सौभाग्य पाने वाले लोगों को उनके दृढ़ संकल्प और सेवा भाव का आदान-प्रदान को नमन करना चाहिए।

एक प्रेरणादायी जीवन की इहलोक यात्रा पूर्ण हुई है। आजीवन संघ के निष्ठावान प्रचारक रहे सरदार चिरंजीव सिंह जी ने पंजाब में दशकों तक कार्य किया। तत्पश्चात् राष्ट्रीय सिक्ख संगत के कार्य के द्वारा उन्होंने पंजाब में पैदा हुई कठिन परिस्थिति के कारण उत्पन्न परस्पर भेद और अविश्वास को दूर कर समूचे देश में साँझीवालता और राष्ट्र- भाव के प्रकाश में एकात्मता और सामाजिक समरसता को पुष्ट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके अगाध परिश्रम, पंजाब की गुरु-परंपरा के गहन अध्ययन, उत्तम संगठन कौशल्य के कारण असंख्य लोगों को उन्होंने राष्ट्रीयता के प्रवाह में जोड़ दिया। सरदार चिरंजीव सिंह जी के स्नेहिल और मधुर व्यक्तित्व ने सब को जीत लिया था। कुछ समय से अस्वस्थता के कारण सक्रिय नहीं रह पाने पर भी उनके उत्साह में कमी नहीं थी। आदरणीय सरदार जी के निधन पर हम उनके परिजन व परिचितों को अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं तथा अकालपुरुष से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा दिव्य ज्योति में लीन होवे

सरदार चिरंजीव सिंह जी के निधन पर, हम उनके परिजन और परिचितों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं और ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले।

ॐ शांतिः॥

मोहन भागवत, सरसंघचालक दत्तात्रेय होसबाले, सरकार्यवाह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

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